गुजरात हाइब्रिड नवीकरणीय Energy Park : भारत के नवीकरणीय ऊर्जा भविष्य के लिए एक महत्वपूर्ण कदम

गुजरात, अपनी 1,600 किलोमीटर लंबी हवादार तटरेखा के साथ, भारत की नवीकरणीय ऊर्जा वृद्धि में एक प्रमुख खिलाड़ी है। राज्य ने हाल ही में 2030 तक नवीकरणीय स्रोतों के माध्यम से अपनी 50 प्रतिशत ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया है।
इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए, गुजरात सरकार ने कच्छ जिले में विघाकोट गांव के पास स्थित एक विशाल हाइब्रिड नवीकरणीय ऊर्जा पार्क विकसित करने की योजना बनाई है। यह पार्क 72,600 हेक्टेयर के विशाल क्षेत्र को कवर करेगा और सौर पैनलों और पवन टर्बाइनों दोनों का उपयोग करके प्रभावशाली 30 गीगावाट बिजली उत्पन्न करने में सक्षम होगा। यह दुनिया का सबसे बड़ा हाइब्रिड नवीकरणीय ऊर्जा पार्क बन जाएगा।
पार्क में 14 जीडब्ल्यूएच ग्रिड-स्केल बैटरी स्टोरेज सिस्टम भी होगा, जो इसे रात में भी बिजली उत्पन्न करने में सक्षम बनाएगा। यह पार्क लगभग एक लाख रोजगार के अवसर पैदा करने और 150,000 करोड़ रुपये का निवेश आकर्षित करने का अनुमान है।
पर्यावरणीय दृष्टिकोण से, पार्क को कार्बन उत्सर्जन में कमी लाने में योगदान देने का अनुमान है, जिसमें सालाना अनुमानित 5 करोड़ टन की कटौती होगी।
प्रभाव:
गुजरात हाइब्रिड नवीकरणीय ऊर्जा पार्क का भारत के नवीकरणीय ऊर्जा भविष्य पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ने की उम्मीद है।
यह Energy Park निम्नलिखित लाभ प्रदान करेगा:
- ऊर्जा सुरक्षा:
पार्क भारत की ऊर्जा सुरक्षा को बढ़ावा देने में मदद करेगा, क्योंकि यह देश को जीवाश्म ईंधन पर अपनी निर्भरता कम करने में मदद करेगा।
- नौकरी सृजन:
पार्क के निर्माण और संचालन में लगभग एक लाख लोगों को रोजगार मिलने की उम्मीद है।
- निवेश आकर्षण:
पार्क भारत में नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में निवेश को आकर्षित करने में मदद करेगा।
- पर्यावरणीय लाभ:
पार्क कार्बन उत्सर्जन में कमी लाने में मदद करेगा, जिससे जलवायु परिवर्तन से निपटने में मदद मिलेगी।
निष्कर्ष
गुजरात हाइब्रिड नवीकरणीय Energy Park भारत के नवीकरणीय ऊर्जा भविष्य के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। यह पार्क नौकरी के अवसर पैदा करेगा, निवेश आकर्षित करेगा और पर्यावरण को लाभान्वित करेगा।