कच्छ की धरती पर फिर Cheetah की दौड़, दुनिया भर में जानी जाएगी बन्नी ग्रासलैंड की शोभा

कच्छ में चीता प्रजनन केंद्र
भारत के गुजरात राज्य के कच्छ जिले में चीता प्रजनन केंद्र की स्थापना की जाएगी। केंद्र कच्छ के बन्नी घास के मैदानों में स्थापित किया जाएगा। यह केंद्र भारत में चीतों की संख्या बढ़ाने में मदद करेगा।

कच्छ में चीतों की वापसी एक महत्वपूर्ण उपलब्धि होगी। चीते भारत के मूल निवासी हैं, लेकिन वे 1950 के दशक में भारत से विलुप्त हो गए थे। 2022 में, भारत सरकार ने नामीबिया से आठ चीतों को आयात किया। ये चीते अभी कूनो राष्ट्रीय उद्यान में हैं। कच्छ में चीता की वापसी की उम्मीद की जा रही है।
कच्छ में चीता प्रजनन केंद्र की स्थापना के लिए गुजरात सरकार ने केंद्र सरकार से मंजूरी मांगी थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई बैठक में इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई। कच्छ के स्थानीय लोगों का कहना है कि बन्नी घास चीता के लिए उपयुक्त आवास है। गुजरात में एशियाई शेरों का पहले से ही बड़ा घर है। चीते को सबसे तेज दौड़ने वाले जंतु के तौर पर जाना जाता है।
कच्छ में चीता प्रजनन केंद्र की स्थापना से भारत में चीतों की संख्या बढ़ाने में मदद मिलेगी। यह केंद्र कच्छ के जैव विविधता को भी बढ़ावा देगा।
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